Friday, 29 June 2018

मुंबई चार्टर्ड प्लेन हादसाः को-पायलट के पति ने घटना के लिए इस वजह को ठहराया जिम्मेदार

नई दिल्‍ली : मुंबई के घाटकोपर इलाके में हुए KING AIR C-90 एयरक्राफ्ट क्रैश हादसे में बड़ा खुलासा हुआ है. इस विमान की को पायलट के पति ने हादसे के लिए एविएशन कंपनी यूवी एविएशन को जिम्मेदार ठहराया है. बता दें कि इस हादसे फ्लाइट के पायलट कैप्टन प्रदीप राजपूत, को-पायलट मारिया जुबेरी, इंजीनियर सुरभि बृजेश कुमार गुप्ता, टेकनिशियन तेजपाल पांडे और एक पदयात्री गोविंद पंडित की मौत हो गई है. घटना स्थल पहुंचे डीजीसीए के अधिकारियों को प्लेन का वॉयस रिकॉर्डर सिस्टम मिल गया है जिससे हादसे की कड़ियां जोड़ने में मदद मिलेगी. कभी यह विमान उत्तर प्रदेश सरकार का था और उसे यू वी एविएशन को बेच दिया गया था.

इस हादसे मारी गईं फ्लाइट की को-पायलट मारिया जुबेरी के पति, पी कुथरिया ने मीडिया के सामने आकर कहा कि मौसम खराब होने के कारण उन्हें प्लेन उतारना पड़ा. कुथरिया ने कहा, 'दुर्घटना को टाला जा सकता था, मारिया ने मुझे बताया था कि खराब मौसम के कारण फ्लाइट नहीं उड़ाई जा सकती है. एविएशन कंपनी इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार है.'

दोपहर डेढ़ बजे हुआ हादसा
वहीं इस हादसे के बाबत मुंबई दमकल विभाग का कहना है कि यह हादसा घाटकोपर टेलीफोन एक्‍सचेंज के करीब ओल्‍ड मणिकलाल लेन में हुआ है. उन्‍हें हादसे के बाबत दोपहर करीब 1:37बजे हादसे की सूचना मिली थी. जिसके बाद मौके पर तीन फायर इंजन, एक जंबो वाटर टैंकर, दो फायर हाउज लाइन जेट सहित अन्‍य दमकल उपकरणों को मौके के लिए रवाना कर दिया गया. मौके पर पहुंची टीम ने पाया कि चाटर्ड प्‍लेट एक निर्माणाधीन इमारत पर गिरा था. दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्‍कत के बाद आग पर काबू पाया और मौके से बरामद किए गए शवों को राजावाडी अस्‍पताल भेज दिया गया है.

उत्‍तर प्रदेश सरकार ने भी जताया दुख
उत्‍तर प्रदेश सरकार में विमानन मंत्री नंद गोपाल गुप्‍ता ने एयरक्राफ्ट क्रैश में पांच लोगों की मौत पर दुख जताते हुए परिवार के साथ संवेदना व्‍यक्‍त की है. उन्‍होंने कहा है कि उत्‍तर प्रदेश सरकार ने VT-UPZ एयरक्राफ्ट को 2014 तक इस्‍तेमाल किया था. इसके बाद, इस विमान को मुंबई की यूवाई एविएशन प्राइवेट लिमिटेड को बेच दिया था. मौजूद समय न ही उत्‍तर प्रदेश सरकार के पास इस विमान का मालिकाना हक है और न ही वह उसका परिचालन कर रहे हैं.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

Saturday, 23 June 2018

ISIS के आतंकियों के निशाने पर थी अमरनाथ यात्रा, सेना ने उससे पहले ही लगाया ठिकाने

नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में शुक्रवार को हुए सेना के एक बड़े ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी हाथ लगी. सुरक्षाबलों ने 4 आतंकियों को मौके पर ही ढेर कर दिया. इस ऑपरेशन से पहली बार इस बात की तस्दीक भी हो गई कि घाटी में आईएसआईएस ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. हालांकि इस ऑपरेशन में आईएसआईएस का जम्मू कश्मीर का सरगना ढेर हो गया. इस ऑपरेशन को इसलिए भी अहम करार दिया जा रहा है, क्योंकि सुरक्षाबलों के सूत्रों के अनुसार, ये चारों आतंकी अमरनाथ यात्रा के समय बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे.

शुक्रवार सुबह हुए इस आपॅरेशन में एक सुरक्षाबल का जवान भी शहीद हुआ. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक ये आतंकी जल्द शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के समय बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने वाले थे. लेकिन इस ऑपरेशन में उनका खात्मा कर दिया. ये ऑपरेशन घाटी में आईएसआईएस के बढ़ते कदमों पर एक बड़ा कुठाराघात माना जा रहा है. इसके बाद घाटी में आईएसआईएस के दो से चार आतंकी ही बचे हैं.

ये चार दहशतगर्द किए गए ढेर
सेना के ऑपरेशन में चार आतंकियों को ढेर किया गया. इनमें आईएसआईएस का सरगना दाऊद सोफी के अलावा माजिद मंजूर, आदिल रहमान भट और मोहम्‍मद अशरफ मारे गए. घाटी में 7 महीने के छोटे से अंतराल में 'दाऊद' आतंक का पर्याय बन चुका था. दाऊद बीते सात म‍हीनों से ISIS और पाक समर्थित आतंकियों के इशारे पर कश्‍मीर की वादियों में लगातार आतंकी वारदातों का अंजाम दे रहा था. दाऊद की बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षाबलों ने उसका नाम अपनी हिट लिस्‍ट में शामिल कर उसकी सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी थी. जल्‍द ही सुरक्षाबलों की तलाश पूरी हुई और शुक्रवार सुबह इंटेलीजेंस इनपुट के आधार पर उसे अनंतनाग के श्रीगुफवारा इलाके में घेर लिया. करीब आठ घंटे से अधिक समय तक चले मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने दाऊद को उसके तीन साथियों के साथ मार गिराया.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

Wednesday, 20 June 2018

पीएम मोदी को 15 साल पहले ई-मेल पर जान से मारने की मिली थी धमकी, अब शुरू हुई सुनवाई

अहमदाबाद: गुजरात की एक अदालत ने करीब 15 साल पहले गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे गए धमकी भरे एक ईमेल के मामले में सुनवाई एक बार फिर शुरू कर दी है. मामले में एक स्थानीय निवासी मोहम्मद रिजवान कादरी आरोपी हैं. सरकारी अभियोजक प्रतीक भट्ट ने कहा कि न्यायिक मजिस्ट्रेट जे एल परमार ने शिकायतकर्ता से जिरह के साथ पिछले हफ्ते मामले में सुनवाई शुरू कर दी है.

उन्होंने कहा कि अगली सुनवाई 27 जून को होगी. गुजरात पुलिस के आतंक विरोधी दस्ते के अनुसार कादरी ने दिसंबर , 2002 में मोदी को भेजे एक ईमेल में उन्हें और उनके ‘‘सहयोगियों विहिप, बजरंग दल एवं आरएसएस’’ को फरवरी, 2003 के अंत तक ‘‘खत्म’’ करने की धमकी दी थी. उन्होंने कथित तौर पर भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और वीएचपी नेताओं प्रवीण तोगडिया और अशोक सिंघल को "खत्म" करने का भी वादा किया था.

कादरी को ई-मेल का पता लगाने के बाद, 25 फरवरी, 2003 को आईपीसी की धारा 507 (खतरे जारी करने के लिए) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 के तहत उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मजिस्ट्रेट की अदालत ने 2007 में कादरी की याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद वह गुजरात उच्च न्यायालय चला गया था.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

Monday, 18 June 2018

EXCLUSIVE: अगले 10 दिन में इस्तीफा दे सकती हैं चंदा कोचर, ये हो सकते हैं नए CEO!

नई दिल्ली: वीडियोकॉन लोन मामले में घिरे आईसीआईसीआई बैंक ने अपने टॉप मैनेजमेंट में बदलाव करना शुरू कर दिया है. बैंक की सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर चंदा कोचर भी छुट्टी पर हैं. संदीप बख्शी को बैंक का COO यानी चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर नियुक्त किया गया है. यह सिर्फ शुरुआत भर है, टॉप मैनेजमेंट में अभी और बदलाव होने हैं. सूत्रों की मानें तो चंदा कोचर छुट्टी पर नहीं हैं, बल्कि उन्हें फोर्स लीव (जबरन छुट्टी) पर भेजा गया है. हालांकि, कुछ दिन पहले तक बोर्ड मेंबर्स का कहना था कि चंदा कोचर की छुट्टी पहले से तय थी. लेकिन, संदीप बख्शी की नियुक्ति के बाद यह खबर है कि जांच पूरी होने तक चंदा कोचर छुट्टी पर रहेंगी.

10 दिन में इस्तीफा देंगी चंदा कोचर
बोर्ड की तरफ से कहा जा रहा है कि वीडियोकॉन लोन मामले में बैंक आंतरिक जांच कर रहा है. जांच पूरी होने तक चंदा कोचर छुट्टी पर रहेंगी. लेकिन, सूत्रों के मुताबिक, चंदा कोचर अगले 10 दिन में इस्तीफा दे सकती हैं. इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. 30 जून तक नए सीईओ को ऐलान हो सकता है. पिछले महीने ही बोर्ड ने चंदा कोचर से इस संबंध में जानकारी मांगी थी. जिसके बाद उनसे इस्तीफे की पेशकश की गई है. हालांकि, बोर्ड नहीं चाहता कि इस्तीफे का तुरन्त इम्पैक्ट मार्केट पर आए. इसलिए चंदा कोचर को फोर्स लीव पर भेजा गया है. हालांकि, बैंक ने कहा है कि उच्च स्तर के गवर्नेंस और कॉरपोरेट स्टैंडर्ड्स के क्रम में कोचर को जांच पूरी होने तक के लिए छुट्टी पर भेजने का फैसला लिया गया है.

क्यों है इस्तीफे की आशंका
सूत्रों के मुताबिक, मामले में लगातार हो रहे डेवलपमेंट को देखते हुए बैंक के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स और नियुक्त डायरेक्टर्स के बीच हाल ही में एक अनौपचारिक बैठक हुई थी. जिसके बाद से ही चंदा कोचर छुट्टी पर हैं. बैठक में स्टाफ के मनोबल और निवेशकों को भरोसे को लेकर भी चर्चा हुई थी. वहीं, बोर्ड के कुछ सदस्य भी चंदा कोचर को लेकर संश्य जाहिर कर चुके हैं.

कौन होगा बैंक का नया CEO
ICICI बैंक के सूत्रों के मुताबिक, चंदा कोचर को छुट्टी पर भेजा गया था. दरअसल, RBI की तरफ से दबाव है कि लोन फ्रॉड की जांच पूरी होने तक चंदा कोचर को छुट्टी पर रखा जाए. वहीं, कुछ बोर्ड मेंबर्स चाहते हैं कि जल्द से जल्द चंदा कोचर की जगह नए सीईओ की नियुक्ति की जाए. सूत्रों की मानें तो संदीप बख्सी को फिलहाल COO के तौर पर नियुक्त किया गया है, लेकिन जल्द ही उन्हें अंतरिम सीईओ का पद भी दे दिया जाएगा और चंदा कोचर के इस्तीफे के बाद उन्हें बैंक का नया सीईओ नियुक्त किया जा सकता है.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

आम-चीकू ने रोका बुलेट ट्रेन का 'रास्‍ता', कैसे पूरा होगा पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्‍ट?

नई दिल्‍ली: पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्‍ट मुंबई से अहमदाबाद के बीच प्रस्‍तावित बुलेट (Bullet) ट्रेन परियोजना अधर में लटक सकती है. क्‍योंकि आम और चीकू उगाने वाले महाराष्‍ट्र के किसान बुलेट ट्रेन कॉरिडोर बनाने के लिए अपना खेत देने को तैयार नहीं हैं. महाराष्‍ट्र के किसानों ने परियोजना के लिए प्रस्‍तावित जमीन अधिग्रहण के खिलाफ धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिसका दायरा लगातार बढ़ रहा है. उनकी मांग है कि उन्‍हें पहले वैकल्पिक रोजगार की गारंटी दी जाए तब वह बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए अपना खेत देंगे. किसानों का यह विरोध प्रदर्शन मोदी सरकार की महत्‍वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना में रोड़ा बन सकता है. साथ ही दिसंबर 2018 तक परियोजना के लिए जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया भी लटकेगी. इस परियोजना में भारत को जापान का समर्थन हासिल है. इसमें करीब 17 अरब डॉलर का खर्च आएगा.

108 किमी लंबा ट्रैक बिछाने की है योजना
मोदी सरकार ने किसानों को जमीन के लिए बाजार मूल्‍य से 25 फीसदी अधिक प्रीमियम का रेट ऑफर किया है. अगर इस परियोजना में किसी तरह की दिक्‍कत आती है तो जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी परियोजना की फंडिंग रोक देगी. टाइम्‍स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक वह इस परियोजना की अगले माह समीक्षा करेगी. रेलवे से जुड़े दो वरिष्‍ठ अधिकारियों ने बताया कि जापान की चिंता दूर करने के लिए इस माह एक महत्‍वपूर्ण बैठक प्रस्‍तावित है, जो टोक्‍यो में होगी. इसमें परिवहन मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे.

कंपनी ने किसानों से की थी चाय पर चर्चा
बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का निर्माण नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) कर रही है. कंपनी इस परियोजना से प्रभावित किसानों के मुद्दों के निराकरण के लिए उनसे बातचीत कर रही थी. कंपनी के प्रवक्ता धनन्जय कुमार ने कहा था कि हम इस विशाल परियोजना के प्रभावितों के साथ सद्भावपूर्ण संबंध और समर्थन चाहते हैं. इसलिए हमारे अधिकारी प्रभावितों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर चाय पर चर्चा करेंगे. इस दौरान वे परियोजना से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर बात करेंगे. अधिकारी ने बताया कि भूमि अधिग्रहण की समयसीमा दिसंबर 2018 तक है और महाराष्ट्र और गुजरात दोनों राज्यों में इस पर काम शुरू हो चुका है.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

Saturday, 16 June 2018

दरभंगा की अनम दे रही है विश्व को शांति का संदेश, इजराइल-फिलिस्तिन संघर्ष विराम के लिए भी दिया सुझाव

दरभंगा : बिहार के दरभंगा की अनम बंदिशों को तोड़ छोटी सी उम्र में ही विश्व को अमन का संदेश दे रही है. दरभंगा शहर की रहने वाली और द इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजज यूनिवर्सिटी हैदराबाद से अंग्रेजी की शोध छात्रा अमन, इजराइल की 70वीं वर्षगांठ पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने इजराइल-फिलिस्तीन की समस्या के समाधान में साहित्य और संवाद की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया.

इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा कहे गए एक पंक्ति का उदाहरण दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, 'यू कैन चेंज योर हिस्ट्री नॉट जोगरफी, यू कैन चेंज फ्रेंड्स नॉट नेवर्स'. अनम का यह संदेश उन मुल्कों के लिए था, जिनके बीच तनाव का माहौल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में इजराइल-भारत के बीच डायरेक्ट फ्लाइट सर्विस शुरू की गई है.

पीएम मोदी की विदेश नीति की भी सराहना
ईद के अवसर पर दरभंगा लौटी अनम ने पूरे यात्रा के बारे में परिवार वालों और मीडिया के साथ साझा किया. इस दौरान उसने पीएम मोदी की विदेश नीति की सराहना भी की. उन्होंने कहा कि आज विदेशों में भारत के प्रति मान बढ़ा है और नजरिया बदला है. अनम ने खुद को इसका उदाहरण बताया. इस बदले हुए माहौल का श्रेय पीएम मोदी को दिया.

'अनम ने मिथिला का नाम रोशन किया'
अनम के पिता डॉ एम नेहाल महिला प्रौद्योगिकी संस्थान दरभंगा के निदेशक हैं और मां हाउस वाइफ हैं. नेहाल दंपत्ति की दो बेटियां है. अनम छोटी है. अनम के विश्व शांति के रास्ते को परिवार के लोग भी समर्थन कर रहे हैं. परिवार को लोगों ने कहा कि 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' नारे को साथर्कता मिल रही है. माता-पिता अपनी बेटी की उपलब्धि से काफी खुश हैं और खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बेटी ने मिथिला का नाम रोशन किया. ईद की खुशी दोगुनी हो गई है.

अनम का शोध पत्र यहूदी लेखक सैंडी तोलान की 2006 में प्रकाशित बेस्ट सेलर बुक 'इ लेमन ट्री' पर आधारित है. इस किताब में लेखक ने इजराइल-फिलिस्तीन की परिस्थितियों का जीवंत चित्रण करते हुए साझा भविष्य की ओर संकेत किया है. अनम ने इस पुस्तक के आधार पर अपना शोध पत्र तैयार किया है. अनम की इच्छा है कि वो आगे भी विश्व शांति का पैगाम देती रहे, वो चाहे तनाव वाले देश भारत-पाकिस्तान हो या फिर उतर-दक्षिण कोरिया. वह साहित्य और संवाद को शांति का रास्ता मानती है. अनम का कहना है कि यह युद्ध के बीच में भी किया जा सकता है.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

Thursday, 14 June 2018

अगर ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं है तो आपके लिए रेलवे लेकर आया है ये नई सुविधा

नई दिल्लीः रेलवे ने अनारक्षित टिकटों की बुकिंग और इन्हें रद्द करने सहित अन्य सुविधाओं के साथ एक मोबाइल एप की शुरुआत की है. रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि एप में सावधिक (सीजन) और प्लेटफॉर्म टिकटों के नवीनीकरण, आर-वॉलेट की बकाया राशि की जांच और लोड करने तथा यूजर प्रोफाइल मैनेजमेंट और बुकिंग हिस्ट्री की भी सुविधा है. रेल सूचना प्रणाली केंद्र (सीआरआईएस) ने मोबाइल आधारित एप्लिकेशन 'अटसनमोबाइल' विकसित किया है. यूजर इस एप को गूगल प्‍ले स्‍टोर या विन्‍डोज स्‍टोर से निःशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं.

बयान में कहा गया है, ‘‘सबसे पहले यात्री अपना मोबाइल नंबर, नाम, शहर, रेल की डिफ़ॉल्ट बुकिंग, श्रेणी, टिकट का प्रकार, यात्रियों की संख्या और बार-बार यात्रा करने के मार्गों का विवरण देकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं. पंजीकरण कराने पर यात्री का जीरो बैलेंस का रेल वॉलेट (आर-वॉलेट) स्‍वत: ही बन जाएगा. आर-वॉलेट बनाने के लिए कोई अतिरिक्त शुल्‍क नहीं देना होगा.’’

आर-वॉलेट को किसी भी यूटीएस काउंटर पर या वेबसाइट पर उपलब्ध विकल्प के माध्यम से रीचार्ज किया जा सकता है. अग्रिम टिकट बुकिंग की अनुमति नहीं है. यानी, हमेशा वर्तमान तिथि में ही यात्रा की जाएगी. बयान के मुताबिक, ‘‘यात्री टिकट का प्रिंट लिए बगैर भी यात्रा कर सकते हैं. टिकट जांच कर्मी द्वारा टिकट मांगने पर यात्री एप में 'टिकट दिखाएं' विकल्प का उपयोग कर टिकट दिखायेंगे.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing